मौसम में बदलाव: छत्तीसगढ़ में उत्तर से आएगी ठंड, बस्तर में भारी बारिश का अलर्ट जारी
रायपुर। मानसून की विदाई के बाद से तेज धूप और उमस ने लोगों को काफी समय से परेशान कर रखा है। इस समय दिन से अधिक रात की गर्मी लोगों के लिए चुनौती बनी हुई है। रायपुर सहित सरगुजा संभाग में रात के न्यूनतम तापमान में सामान्य से चार डिग्री अधिक की वृद्धि दर्ज की जा रही है।
छत्तीसगढ़ के उत्तरी हिस्से में ठंड ने दस्तक देने के संकेत मिल रहे हैं। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, अगले दो दिनों में उत्तरी हवाओं का आगमन शुरू होने की संभावना है, जिससे प्रदेश के न्यूनतम तापमान में हल्की गिरावट देखने को मिल सकती है। इस बदलाव का असर प्रदेश के कई हिस्सों में महसूस किया जा सकता है, जहां ठंड का असर धीरे-धीरे बढ़ेगा।
मौसम विभाग के अनुसार, 20 अक्टूबर को उत्तर अंडमान सागर के ऊपर एक ऊपरी हवा का चक्रीय चक्रवाती परिसंचरण बनने की संभावना है। इसके प्रभाव से 22 अक्टूबर को मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक निम्न दाब का क्षेत्र बनने की संभावना जताई जा रही है। इसके बाद यह प्रणाली उत्तर-पश्चिम दिशा की ओर बढ़ते हुए और मजबूत हो सकती है, जिससे मौसम में और अधिक बदलाव देखने को मिल सकता है।
छत्तीसगढ़ के दक्षिणी हिस्सों में हल्की बारिश की संभावना
छत्तीसगढ़ के दक्षिणी हिस्सों में नमी का लगातार प्रवेश जारी है, जिसके कारण वहां एक-दो स्थानों पर हल्की बारिश या गरज-चमक के साथ छींटे पड़ने की संभावना है। कुछ क्षेत्रों में वज्रपात की भी आशंका जताई गई है, जिससे वहां सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है। खासकर बस्तर संभाग में अगले तीन दिनों के दौरान एक-दो स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा हो सकती है। इसके बाद वहां वर्षा की गतिविधियों में कमी आने की संभावना है।
राज्य के विभिन्न हिस्सों में तापमान में भी उतार-चढ़ाव देखने को मिला है। डोंगरगढ़ में प्रदेश का सर्वाधिक अधिकतम तापमान 36.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि पेंड्रा रोड में न्यूनतम तापमान 20.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
बारिश के आंकड़ों के अनुसार, गंगालूर में 40 मिमी, कुआकोंडा में 30 मिमी, कटेकल्याण, भैरमगढ़, तोकापाल, रामानुजनगर, और सुकमा में 20 मिमी बारिश दर्ज की गई है। इसके अलावा, दरभा और गीदम में 10 मिमी बारिश हुई है, जबकि कुछ अन्य स्थानों पर इससे कम बारिश हुई।