बेंजामिन नेतन्याहू ने बंधकों की रिहाई को लेकर किया बड़ा दावा, कहा- हमास के साथ आगे…
इस्राइल और हमास के बीच गाजा में बंधकों की रिहाई को लेकर चल रही वार्ता कुछ आगे बढ़ी है। इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इस बात के संकेत दिए। नेतन्याहू ने कहा कि गाजा में बंधकों की रिहाई को लेकर चल रही वार्ता में कुछ प्रगति हुई है। उन्होंने कहा कि हम जो कुछ कर रहे उसका खुलासा तो नहीं किया जा सकता। मगर मैं बस इतना कहना चाहता हूं कि हम उन्हें वापस लाने के लिए कार्रवाई कर रहे हैं।
इस्राइल के सांसदों को उन्होंने जानकारी देते हुए कहा कि वार्ता में कुछ प्रगति हुई है। हम तब तक काम करना बंद नहीं करेंगे जब तक हम सभी को वापस नहीं ले आते हैं। मैं बंधकों के परिवारों से कहना चाहता हूं कि हम आपके बारे में सोच रहे हैं और हम आपके प्रियजनों को नहीं छोड़ेंगे। हाल ही में दोहा में कतर, मिस्र और अमेरिका की मध्यस्थता में इस्राइल और हमास के बीच बंधकों की रिहाई को लेकर वार्ता हुई है। मगर बंधकों के परिवार नेतन्याहू की ईमानदारी के प्रयासों पर सवाल उठा रहे हैं। वे इस्राइल के प्रधानमंत्री पर युद्ध विराम प्रस्ताव में बाधा डालने और इसे लंबा खींचने का आरोप लगा रहे हैं।
हमास, इस्लामिक जिहाद और वामपंथी पॉपुलर फ्रंट फॉर द लिबरेशन ऑफ फिलिस्तीन ने भी समझौते को लेकर कहा कि प्रगति हुई है। युद्ध विराम और कैदियों की अदला-बदली के लिए समझौते पर पहुंचने की संभावना पहले से कहीं अधिक निकट है, बशर्ते इस्राइल नई शर्तें थोपना बंद कर दे।
इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू इन दिनों अरब देशों के साथ नए शांति समझौते करने की तैयारी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वह अरब देशों के साथ नए शांति समझौते पर हस्ताक्षर करना चाहते हैं। यह अमेरिकी प्रशासन के साथ 2020 में किए गए अब्राहम समझौते जैसा होगा। नेतन्याहू ने कहा कि अरब देश इस्राइल को क्षेत्रीय शक्ति और संभावित सहयोगी मानते हैं। मैं इसका लाभ उठाना चाहता हूं। इसलिए मैं अपने अमेरिकी मित्र देशों के साथ मिलकर मैं अब्राहम समझौते का विस्तार करने की योजना बना रहा हूं। मैं मध्य पूर्व की तस्वीर को और भी नाटकीय रूप से बदलना चाहता हूं। उन्होंने कहा कि इस्राइल सीरिया की सीमा पर आतंकवादी संगठनों को हमारे समुदायों के पास बसने की अनुमति नहीं देगा। यह हमारे अस्तित्व और इस्राइल के लिए लड़ाई है। हमें अपनी सीमाओं की रक्षा करनी होगी।
यह है मामला
हमास ने बीते साल 7 अक्तूबर को इस्राइल पर बड़ा आतंकी हमला किया था, जिसमें 1200 से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी और 250 लोगों को बंधक बना लिया गया था। अभी भी 100 लोग हमास की कैद में हैं। इस हमले के जवाब में इस्राइल ने गाजा पर हवाई और जमीनी हमला किया, जिसमें 45 हजार से ज्यादा लोग मारे गए। हमास का पूरा नेतृत्व खत्म हो चुका है, लेकिन अभी भी इस्राइली बंधक गाजा में कैद हैं, जिन्हें छुड़ाने की कोशिशें जारी हैं।