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छत्तीसगढ़-बालोद में 1.37 करोड़ का फर्जीवाड़ा, डौंडीलोहारा नगर पंचायत के निर्माण कार्यों में गड़बड़ी

बालोद.

बालोद जिले के डौंडीलोहारा नगर पंचायत करोड़ों के निर्माण कार्यों में गड़बड़ी के आरोपों के कारण सुर्खियों में है। एक करोड़ 37 लाख रुपए के निर्माण कार्यों में गड़बड़ी व दस्तावेज में कूटरचना के आरोप जिला कांट्रेक्टर एसोसिएशन बालोद व निविदा में शामिल ठेकेदारों ने लगाए हैं इसके साथ ही राजहरा नगरीय निकाय में भी भ्रष्ट्राचार का आरोप लगा है।

जिसपर सांसद भोजराज नाग ने लापरवाही पर कार्रवाई की बात कही है तो भाजपा नेता सौरभ लूनिया ने 5 साल के भ्रष्ट्राचार का तरीका भाजपा शासन में अपनाने का आरोप अधिकारियों पर लगाया है वहीं विधायक कुंवर सिंह निषाद ने इसे सरकार की नाकामी बताई है।

चहेते ठेकेदारों को लाभ पहुंचाने का आरोप
निविदा में हिस्से लेने वाले ठेकेदारों ने अपने चाहते ठेकेदारों को लाभ पहुंचाने कूट रचना रचना का आरोप लगाया है यहां पर प्रकाश शर्मा ने बताया कि पहले तय सीमा में टेंडर फॉर्म जमा करने कहा गया तो केवल तीन प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया इसके बाद अपने चेहरे ठेकेदारों के लिए इन्होंने मनमानी ढंग से समय बढ़ा दिया जिसके बाद इसी काम के लिए 13 ठेकेदारों ने हिस्सा लिया जिसमें से 10 ठेकेदार उनके पहचानते हैं उन्होंने कहा कि यहां पर नगर पंचायत में कांग्रेसीकरण करने की कोशिश की जा रही है जिसकी हमने उच्च स्तरीय शिकायत दर्ज कराई है।

सांसद ने कही कार्रवाई की बात तो विधायक ने लगाया आरोप
पूरे घटनाक्रम के सवालों पर सांसद भोजराज नाग ने लापरवाही बर्दाश्त नहीं होने और इस तरह की घटनाओं पर कार्रवाई की बात कही है तो वही विधायक कुंवर निषाद ने कहा कि बड़ी ही चिंता की बात है कि जो पहले हुआ नहीं वो होने लगा है उन्होंने कहा टेंडर प्रक्रिया में व्यक्ति विशेष को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से कूट रचना की जा रही है विष्णु देव सहायक के सुशासन की पोल यहां पर खुलने लगी है।

कलेक्टर ने गठित की जांच समिति
टेंडर लापरवाही के मामले पर कांट्रेक्टर एसोसिएशन की शिकायत के बाद कलेक्टर नहीं जांच समिति गठित की है जिसमें एसडीएम शिवनाथ बघेल, सहायक कोषालय अधिकारी नेमेंद्र देशमुख और जिला व्यापार एवं उद्योग विभाग के महा प्रबंधक गोपाल राव को शामिल किया गया है जांच कहां तक पहुंची इसके लिए एसडीएम से संपर्क करने की कोशिश की गई लेकिन उनके द्वारा फोन नहीं उठाया गया और कार्यालय में भी नहीं थे हालांकि जांच होने के बाद पूरा मामला स्पष्ट हो पाएगा।

दस्तावेज करते हैं गायब
ठेकेदार रजत भंसाली, और महावीर तातेड नहीं बताया कि हम सब सारे रास्ता भेज लगते हैं उसके बावजूद भी अधिकारियों द्वारा यह कहकर हमारे फार्म को रिजेक्ट किया जाता है और कमियां बताई जाती है कि आपका दस्तावेज पूरे नहीं है हम पुराने ठेकेदार हैं और सारे दस्तावेज नियम के हिसाब से लगते हैं परंतु न जाने क्यों यहां पर नगर पंचायत में जबरदस्ती हमारे को परेशान कर रहा जा रहा है और अन्य ठेकेदारों को जो अधिकारियों के चाहते हैं उन्हें लाभ पहुंचाने की साजिश रची जा रही है।

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