इंदौर-मनमाड़ रेल लाइन के लिए एमपी में जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू, तीन जिलों में जमीनें चिन्हित
इंदौर । महाराष्ट्र चुनाव के पहले रेल मंत्रालय द्वारा इंदौर-मनमाड़ रेल लाइन के लिए 18 हजार करोड़ रुपये मंजूर करने के बाद अब मध्य प्रदेश के तीन जिलों में जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया भी सरकार ने शुरू कर दी है। मध्यप्रदेश में जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू कर दी है। प्रदेश के खरगोन, धार और बड़वानी जिलों में चिह्नित जमीनें अधिग्रहित करने के लिए रेलवे ने राजपत्र में अधिसूचना जारी कर दी है। धार जिले के 28 गांवों की जमीनें लेने के लिए प्रशासन ने प्राधिकारी नियुक्त करने की तैयारी शुरू कर दी है, हालांकि इंदौर जिले में अभी जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया को लेकर कोई पत्र प्रशासन के पास नहीं पहुंचा है। इंदौर से ही इस परियोजना की शुरुआत होगी और धूले जिले तक 309 किलोमीटर लंबाई में लाइन बिछाई जाएगी और नए स्टेशन बनेंगे। इंदौर जिले के महू और मानपुर से यह रेल लाइन गुजरेगी। खरगोन जिले के कसरावद और महेश्वर के अलावा बड़वानी जिले की वर्ला, सेंधवा, व ठीकरी तहसीलों के गांव से यह लाइन गुजरेगी। दो सालों में जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी करने के बाद निर्माण कार्य शुरू होंगे। इस परियोजना के लिए रेल विभाग ने सर्वे पूरा कर लिया है। मनमाड़ से धूले तक रेलवे पटरी बिछाने का काम चल रहा है। इंदौर से मनमाड़ तक 34 रेलवे स्टेशन बनेंगे। एमपी में सत्रह स्टेशन बनाए जाएंगे। परियोजना में इंदौर और महाराष्ट्र के छह जिले कवर हो रहे है। इस परियोजना के कारण मांडू, महेश्वर में पर्यटन भी बढ़ेगा।