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पटना में नोएडा के युवक सहित 2 की हत्या से मचा हड़कंप

बिहार की राजधानी पटना में दीघा थाने से तीन सौ मीटर की दूरी पर रामजीचक की पटेल गली में नोएडा निवासी युवक समेत दो लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी गई। उनके शवों को बोरे में बंद कर गंगा में फेंक दिया गया।

वारदात की जानकारी पुलिस को तब हुई, जब दो दिनों के बाद लापता एक युवक के रिश्तेदार ने थाने में गुमशुदगी का मामला दर्ज कराया। पुलिस ने तीन आरोपितों को गिरफ्तार किया।

आरोपितों से पूछताछ में पता चला कि तीन-चार बदमाशों ने गाली-गलौज करने पर एक की पिटाई कर हत्या कर दी। प्रत्यक्षदर्शी रहे दूसरे युवक को भी गोली मार दी। दोनों के शवों को दीघा श्मशान घाट के पास गंगा में फेंक कर फरार हो गए।

मृतकों में एक की पहचान नोएडा के देवराज कुमार सिंह उर्फ जानी के रूप में हुई, जिसकी गुमशुदगी का केस दर्ज हुआ था। वहीं, दूसरी की पहचान अबतक नहीं हो पाई है। गंगा में शव भी तलाशे गए, लेकिन सफलता नहीं मिली।

गिरफ्तार आरोपितों में विनय कुमार (रामजीचक गली, दीघा), हरेराम राय (कमरापर, अथमलगोला) और आनंद उर्फ बंटी (नासरीगंज बिस्कुट फैक्ट्री) शामिल हैं। उनके पास से पिस्टल, छह कारतूस और दो मोबाइल मिले। इनके साथी संदीप और दीपू अभी फरार हैं।

देवराज के साथ एक अन्य को साथ ले जाते दिखे 4 अपराधी

पांच अगस्त को पटना के रामजीचक निवासी सुजीत कुमार राय ने दीघा पुलिस को बताया कि नोएडा के गौतमबुद्ध नगर सेक्टर-12 निवासी उनका साला देवराज तीन अगस्त को अपने ननिहाल समस्तीपुर से दीघा के रामजीचक स्थित उनके घर रात में पहुंचा था। फिर वहां से बाटा पंप पर आया।

करीब साढ़े आठ बजे जब सुजीत कुमार पेट्रोल पंप से ड्यूटी करके कमरे पर पहुंचे, लेकिन उनका साला देर रात तक नहीं पहुंचा था।

आसपास और रिश्तेदारों से पूछताछ और खोजबीन के बाद स्वजन पांच अगस्त को दीघा थाने में उसकी गुमशुदगी की शिकायत की।

पुलिस केस दर्ज कर सीसीटीवी फुटेज देखने लगी। सीसीटीवी फुटेज में दो व्यक्ति मिलकर एक को लेकर जाते दिखा।

कुछ दूर आगे एक अन्य फुटेज की जांच हुई तब चार अपराधी मिलकर उन्हीं दोनों व्यक्तियों साथ लेकर जाते दिखे, जिसमें एक व्यक्ति की पहचान देवराज कुमार सिर्फ उर्फ जानी के रूप में हुई थी।

जिसकी नहीं हुई पहचान पहले उसे मारी गई थी गोली

तकनीकी अनुसंधान कर पुलिस ने दो अपराधियों विनय कुमार और हरेराम राय को गिरफ्तार कर पूछताछ की। उसने बताया कि पंकज राय, आनंद कुमार उर्फ बंटी, संदीप और दीपू सभी लोग रामजीचक पटेल गली चौराहा पर खा-पी रहे थे।

इसी बीच एक लड़का नशे की हालत में उधर से गुजर रहा था और हल्ला कर रहा था। यह देख उन अपराधियों द्वारा उसे रोका गया तो गाली-गलौज करने लगा। अपराधी उस युवक को पकड़कर पिटाई करने लगे।

इसी बीच, देवराज भी पास से ही गुजर रहा था, जो मारपीट कर रहे व्यक्ति को देख लिया। जब अपराधियों ने उसे बुलाया, तो वह डरकर भागने लगा। अपराधियों ने देवराज को भी पकड़ लिया।

दोनों युवकों को गली के पीछे ले जाया गया। वहां पंकज ने पहले नशे की हालत में गुजर रहे युवक को गोली मारी, जिससे उसकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई।

अपराधियों को लगा कि गोली मारते हुए देवराज ने देख लिया। पकड़े जाने की डर से पंकज ने देवराज की भी गोली मारकर हत्या कर दी।

घटना के बाद ऑटो से ले गए थे दोनों का शव

घटना के पंकज और दीपू ने दोनों के शव को बोरी में बांधकर ऑटो में रखा और फिर गंगा में फेंक दिया। फुटेज से पुलिस देवराज की पहचान तो कर ली, लेकिन दूसरे मृतक की पहचान नहीं हो सकी।

इधर, विनय और हरेराम की निशानदेही पर आनंद उर्फ बंटी को दानापुर के बिस्कुट फैक्ट्री स्थित उसके घर से गिरफ्तार कर लिया गया।

उसके पास से एक पिस्टल, छह गोली और दो मोबाइल बरामद किया गया है। वहीं, पंकज और दीपू की तलाश में पुलिस छापेमारी कर रही है।

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